जब आपके गुर्दे में किसी प्रकार का पत्थर या रेता पाई जाती है उसको हम गुर्दे की पथरी कहते है. गुर्दे की पथरी का साइज़ 5 mm से सुरु हो जाता है धीरे धीरे इनका साइज़ बढ़ जाता है.आज कल हिंदुस्तान में यह बिमारी बहुत आम पाई जाती है. स्टार अस्पताल जालंधर में गुर्दे की पथरी का इलाज उपलब्ध है।
भारत की आधी से ज्यादा जन संख्या यह बीमारी का शिकार है. आपको बीमारी का इलाज करवाने के लिए जल्द से जल्द एक अच्छे अस्पताल में जाना चाहिए. आज ही स्टार अस्पताल स्पेशलिस्ट डॉक्टर को दिखाए और इस बीमारी से मुक्ति पाए
किडनी में पथरी लक्षण
किडनी स्टोन होने पर यह जरूरी नहीं हैं की आपको हमेशा इसका कोई लक्षण दिखे कई बर यह बिना किसी लक्षण के होने पर भी पायी जाती हैं। गुर्दे की पथरी का साइज भी यह सुनिश्चित करता है की वह क्या लक्षण दिखाए।
- मल मूत्र त्याग करने में तकलीफ होना।
- बुखार होना और बहुत अधिक पसीना बहना।
- पेशाब द्वारा कचरा आना।
- गुर्दे में दर्द होना।
- खाया पीया न पचना।
किडनी में पथरी के कारण
ऐसे कई कारण हो सकते हैं जिससे की गुर्दे की पथरी हो । यह पाया गया हैं की गुर्दे की पथरी होने के कारण विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं जिन में की कुछ कारण निमिन्लिखित हैं।
पानी काम पीना : कई लोग आज कल पानी का सेवन कम करते हैं जिससे की यह पत्थर जम जाते हैं। ज्यादा पानी पीने से यह पत्थर पानी के बहाव के साथ ही बह जाते हैं।
मोटापा (obesity) : अगर आपके शरीर में मोटापा ज्यादा है तो आपको यह बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
जेनेटिक्स : यह बीमारी आपको जेनेटिक्स के कारण भी हो सकती है। अगर आपके परिवार में किसी को किडनी स्टोन है तो यह आपको भी हो सकता है।
इन्फेक्शन : अगर आपको किसी प्रकार की पेट की इन्फेक्शन होती है तो यह भी इसका कारण हो सकता है।
खाने में नमक या चीनी का ज्यादा होना : नमक और चीनी में रेत और छोटे छोटे पत्थर पाए जाते हैं। यह भी किडनी स्टोन होने का मुख्य कारण हो सकता है।
सर्जरी : अगर आपके अतीत में किसी प्रकार की सर्जरी हुई हो तो आपको यह बीमारी भी हो सकती है ।
किडनी में पथरी की सावधानियां
गुर्दे की पथरी होने पर कई प्रकार की सावधानिया बरतने की जरूरत होती है जिस से की यह और ना बढ़े और इसका इलाज करना आसान हो जाए।
- रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिये (8 – 12 गिलास)।
- खाने पीने में परहेज रखना चाहिए।
- साफ़ पानी पीना।